किसानों को मजदूर की तरह नहीं,व्यवसाय के रूप में करना होगा कृषि कार्य, दलहन एवं तेलहन की खेती के लिए जाना जाएगा पलामू,लगेंगे स्टोरेज एवं प्रोसेसिंग प्लांट
सामूहिकता की ओर आगे बढ़े महिलाएं
पलामू में राज्य का तीसरा प्रमंडल स्तरीय मेला का हुआ आयोजन
किसानों की खुशहाली से पलामू का आर्थिक विकास संभव : मंत्री, राधाकृष्ण किशोर
पलामू में प्रमंडल स्तरीय किसान मेला-सह- उद्यान प्रदर्शनी 2025 का हुआ आयोजन
स्टॉल के माध्यम से मिली योजनाओं की जानकारी, किसानों के बीच परिस्थितियों का हुआ वितरण
पलामू। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की माननीय मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि किसानों को समय के साथ कृषि के तौर-तरीकों को बदलना होगा। सब आधुनिकरण हो रहा है। किसानों को कृषि कार्य मजदूर की तरह नहीं व्यवसाय के रूप में करना होगा। पारंपरिक व्यवस्थाओं को बदलना होगा। धान-गेहूं की जगह संतरा, ड्रैगन फ्रूट आदि फल-सब्जियां आदि नगदी फसलों का उत्पादन करना होगा। माननीय मंत्री आज पलामू के शिवाजी मैदान में आयोजित प्रमंडल स्तरीय किसान मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी-2025 के अवसर पर किसानों को संबोधित कर रहीं थीं। किसान मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी में पलामू प्रमंडल के पलामू, गढ़वा एवं लातेहार जिले के पदाधिकारी एवं किसान उपस्थित थे। मेला में 40 स्टॉल लगाया गया। जहां विभागों की योजनाओं की जानकारी दी गई। मेला में किसानों के बीच परिस्थितियों का भी वितरण किया गया। माननीय मंत्री सभी स्टॉल का निरीक्षण कर वहां प्रदर्शित कृषि उत्पाद एवं कृषि यंत्रों का अवलोकन किया।
कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा किसानों को बीज-खाद का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पलामू में क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र स्थापित है। कृषि विज्ञान केन्द्र भी है। यहां के किसानों के विकास में इन्हें पूरा योगदान करना होगा। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ एक ही लाभूक को नहीं, बल्कि अलग-अलग किसानों को देना होगा।
उन्होंने वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट की चर्चा करते हुए कहा कि पलामू में तेलहन की खेती की प्रबल संभावनाएं हैं। पलामू तेलहन की खेती के लिए जाना जाएगा। इस दिशा में सरकार कार्य कर रही है। तेलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए पलामू में स्टोरेज और प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए उपायुक्त के माध्यम से प्रस्ताव मांगा गया है। उन्होंने महिलाओं की उत्थान की बातें कहीं। उन्होंने महिलाओं को सामूहिकता की ओर आगे बढ़ने की सलाह दी। इसके लिए सोसाइटी का गठन करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि राज्य को सफल बनाने के लिए सामूहिकता में विश्वास करना होगा। उन्होंने कहा कि पलामू के तीनों जिलों पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने किसानों के हित में वीएलडब्ल्यू को विभाग की पूर्ण जिम्मेवारी देने की बातें कहीं। साथ ही वीएलडब्ल्यू और कृषि मित्र को राज्य की जनता के साथ छल-कपट नहीं करने की सख्त सलाह दी। कृषि मंत्री ने कहा कि पलामू में यह तीसरा प्रमंडल स्तरीय कृषि मेला का आयोजन हुआ है।
पलामू जिला का ग्रामीण अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर,सतही जल को बचाने से आएगी खुशहाली : राधा कृष्ण किशोर, माननीय मंत्री
वित्त, वाणिज्यकर, योजना एवं विकास व संसदीय कार्य विभाग के माननीय मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि पलामू जिला का ग्रामीण अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। किसानों की खुशहाली से पलामू का आर्थिक विकास संभव है। पलामू सुखाड़, आकाल की चपेट में रहता है। पलामू में खेती के लिए जरूरत से भी कम बारिश होती है। ऐसे में सतही जल को बचाना आवश्यक है। इसे बचा लेने से किसान हम सफल बनेंगे। सतही जल को नहीं बचाने से भूगर्भीय जल की भी संकट होगी। उन्होंने कहा कि किसानों का माइंडसेट बदलने की आवश्यकता है। धान-गेहूं की खेती से अलग होकर फल एवं सब्जियों की खेती की ओर रूख करना होगा। कृषि विश्वविद्यालय पलामू में होंगे, तो कृषि के क्षेत्र में शोध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि यहां की अरहर दाल की गुणवत्ता बहुत बेहतर है। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यहां मछली पालन की भी प्रबल संभावना है। यह पठारी क्षेत्र है। यहां छोटे -छोटे चेकडैम बनाकर मछली पालन की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है। मछली उत्पादन में आगे बढ़ने से दूसरे राज्यों पर से निर्भरता समाप्त होगी और पलामू दूसरे जिलों को मछली भेज सकेगा।
सोलर पंप से खेत में पानी पहुंचाकर खेती बढ़ाया जाए
मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि विकास के लिए खेती को आगे बढ़ाना होगा। खेती से अंतिम व्यक्ति से लेकर ऊपर तक के लोगों को लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड को भारत के मानचित्र पर ले जाने के लिए प्रयत्नशील हैं। पलामू, गढ़वा व लातेहार में कृषि की कई संभावनाएं हैं। लातेहार में बेतला टूरिस्ट पैलेस है। छोटी-छोटी नदियों में सोलर पंप लगाकर किसानों के खेत में पानी पहुंचाकर खेती को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने लातेहार के मनिका विधानसभा क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज देने की मांग की।
पलामू के लिए स्पेशल ड्राइव चलाकर खेत में पानी पहुंचाने की पहल
पूर्व मंत्री के.एन त्रिपाठी ने कहा कि पलामू आकाल व सुखाड़ झेलती रही है। इससे मुक्ति के लिए सरकार स्पेशल ड्राइव चलाएं। हमें जमीन और बंजर जमीन के लिए पानी की व्यवस्था करनी है।
जिला परिषद उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह ने कहा कि किसानों के हित के लिए प्रखंड स्तर पर किसान भवन बनाने की पहल होनी चाहिए।
प्रमंडल स्तरीय किसान मेला-सह- उद्यान प्रदर्शनी में *उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद* ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मेला के माध्यम से किसान कृषि से संबंधित विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। कृषि क्षेत्र की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। कृषि मुख्य व्यवसाय है। उन्होंने कृषि कल्याण से संबंधित योजनाओं की भी जानकारी दी।
इनकी भी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिमा देवी, निदेशक समेति विकास कुमार, संयुक्त कृषि निदेशक शशिभूषण अग्रवाल, उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद एवं अन्य जनप्रतिनिधि, माननीय विधायक के प्रतिनिधि, जिला कृषि पदाधिकारी दीपक कुमार, गढ़वा के जिला कृषि पदाधिकारी शिव शंकर कुमार एवं लातेहार के जिला कृषि पदाधिकारी अमृतेश सिंह सहित प्रमंडल क्षेत्र के पलामू, लातेहार एवं गढ़वा जिले के कृषि एवं पशुपालन विभाग से जुड़े पदाधिकारी एवं अन्य विभागीय पदाधिकारी, तीनों जिलों की बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष किसान उपस्थित रहे।
16 किसानों के बीच परिसंपत्तियों का हुआ वितरण
प्रमंडल स्तरीय किसान मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी के मौके पर माननीय मंत्री एवं अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा सांकेतिक रूप से 16 किसानों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। पलामू के दो किसानों को किसान समृद्धि योजनाअंतर्गत चलंत सोलर पंप वितरण किया गया। वहीं एनएफएसएम अंतर्गत एक किसान को रोटावेटर एवं एक किसान को विद्युत पंप सेट दिया गया। वहीं दो किसानों को बकरा विकास योजना अंतर्गत बकरा प्रदान किए गए। दो किसानों को मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत गाय एवं एक किसान को मत्स्य विपणन हेतु पिकअप वैन दिया गया।
गढ़वा जिले के दो किसानों को मधुमक्खी पालन हेतु किट एवं मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत एक किसान को गाय उपलब्ध कराए गए। साथ ही लातेहार जिले के किसान को एनएफएसएम अंतर्गत मल्टीक्रॉप थ्रेशर, विद्युत पंप सेट तथा पावर नेपसैक स्प्रेयर प्रदान किया गया। इसके अलावा मत्स्य विपणन हेतु एक किसान को पिकअप वैन दिए गए।
किसान गोष्ठी का भी आयोजन, किसानों को किया गया पुरस्कृत
प्रमंडल स्तरीय किसान मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी की दूसरी पहर में आयोजन स्थल शिवाजी मैदान में वैज्ञानिक किसान अंतर्रमिलन-सह-किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। इसमें कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को उन्नत कृषि के संबंध में जानकारी दी गई। साथ ही किसानों ने भी अपने उन्नत खेती के बारे में अनुभव साझा किया। किसान मेला में किसानों द्वारा लाए गए विभिन्न कृषि उत्पाद (प्रदर्शन) को 30 फसलों को अलग-अलग कैटेगराइज कर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त 100 से अधिक किसानों को पुरस्कृत किया गया।