पलामू जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में आज क्राइम मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक महोदया ने की। बैठक में सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (डीएसपी), थाना प्रभारी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
मुख्य चर्चा के विषय:
बैठक में जिले में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराध नियंत्रण के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
1. अपराध की स्थिति और समाधान:
जिले में हत्या, लूट, डकैती, दहेज हत्या और साइबर क्राइम जैसे अपराधों की समीक्षा की गई। संबंधित थाना प्रभारियों को लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के निर्देश दिए गए।
2. साइबर अपराध पर नियंत्रण:
बढ़ते साइबर क्राइम पर रोकथाम के लिए विशेष टीम गठित करने और लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गई। साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता देने और त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए।
3. मादक पदार्थ तस्करी:
मादक पदार्थ तस्करी को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाने और संदिग्ध गतिविधियों पर सतर्क निगरानी रखने का निर्णय लिया गया।
4. सड़क सुरक्षा:
सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने और जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
5. महिला सुरक्षा:
महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए विशेष कदम उठाने पर जोर दिया गया।
6. कंस्ट्रक्शन साइट्स पर विशेष सतर्कता:
एसपी महोदया ने निर्देश दिया कि जहां भी सड़क निर्माण या अन्य कंस्ट्रक्शन का कार्य चल रहा हो, उन स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए। ऐसे स्थानों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था, चोरी, या असामाजिक गतिविधि को रोकने के लिए पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया कि वे कंस्ट्रक्शन साइट्स पर नियमित पेट्रोलिंग करें और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
7. थाना स्तर पर जवाबदेही:
एसपी महोदया ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाएं और लोगों का भरोसा जीतने के लिए नियमित जनसंपर्क अभियान चलाएं।
एसपी महोदया ने कहा, "पुलिस का मुख्य कार्य अपराध को रोकना और आम जनता को सुरक्षा का अहसास कराना है। कंस्ट्रक्शन साइट्स जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाए। सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ करना चाहिए।"