झारखंड के 6 जिलों से आठ विद्यालयों के 289 शिक्षक करेंगे तीन दिनों तक विचार मंथन
पलामू, प्रतिनिधि। सेंट्रल मैनेजिंग कमेटी दिल्ली के अकादमिक उत्कृष्ट केंद्र के तत्वाधान में तीन दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का दूसरा चरण डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल्स झारखंड क्षेत्र आई के नवम संकुल एम.के.डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल डालटेनगंज में शुरू हुआ। इस विद्यालय में झारखंड के 6 जिलों गुमला, सिमडेगा , लोहरदगा, लातेहार, डाल्टनगंज एवं गढ़वा के कुल 8 विद्यालयों के 289 शिक्षक तीन दिनों तक नई शिक्षा नीति 2020 पर आधारित शिक्षण तकनीक पर विचार मंथन करेंगे । कार्यक्रम का शुभारंभ डी.ए.वी की परंपरा अनुसार वेद मंत्रोंचार के बीच दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। आगंतुक अतिथियों को तिलक लगाकर एवं बुके प्रदान कर स्वागत किया गया । तत्पश्चात विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत ( रुचिका पाठक और समूह) एवं स्वागत नृत्य ( गणेश वंदना ) प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
तत्पश्चात आगंतुक अतिथियों एवं प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल्स झारखंड क्षेत्र आई के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी, सह इस कार्यक्रम के क्षेत्रीय संयोजक, सह प्राचार्य एम.के.डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल डालटेनगंज, डॉक्टर जी .एन खान ने कहा कि महान कार्य विषम परिस्थितियों में कष्ट सहकर ही किए जाते हैं । आप सभी इस कंपकंपाती ठंड में घर से दूर एक पुनीत कार्य हेतु एकत्र हुए हैं । छात्रों के समग्र विकास हेतु सी.बी.एस.ई ने 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया है, जिसमें सी.बी.एस.ई एवं एन.सी.ई.आर.टी द्वारा 25 घंटा एवं इन हाउस 25 घंटा का प्रशिक्षण अनिवार्य है, जिसके दूसरे चरण में हम सभी एकत्र हुए हैं । उन्होंने प्रशिक्षुओं से इस कार्यक्रम का भरपूर लाभ उठाने एवं इसे कक्षा- कक्ष तक ले जाने का आग्रह किया । उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति 2020 के मानक के अनुसार संपन्न होगा। यहा आवश्यक शिक्षण तकनीकी, छात्रोंपयोगी रणनीति की चर्चा पर होगी । डॉक्टर खान ने प्रशिक्षण के सैट ( सिस्टमैटिक अप्रोच आफ ट्रेनिंग ) को फ्लाईओवर के उदाहरण से समझाते हुए सभी प्रशिक्षको को आवश्यक तकनीक अपनाने की बात कही। प्राचार्य जी ने सभी प्राचार्य महोदयों से आग्रह किया कि वे अपने आधिकारधक शिक्षकों को रिसोर्स पर्सन बनने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे छात्रों को भी लाभ होगा। उन्होंने प्रशिक्षण में प्रयुक्त पी.पी.टी के उचित प्रारूप की चर्चा की तथा बच्चों की मनोवृत्ति एवं सीखने के तरीकों पर भी चर्चा की। प्राचार्य महोदय ने खेल-खेल में शिक्षण प्रायोगिक शिक्षा पर बल देते हुए आधुनिक शिक्षण तकनीकि को अपनाने की बात कही । उन्होंने छात्रों के गिरते परिणाम स्तर को शिक्षकों की कुशलता से जोड़कर देखने की बात कही । डॉक्टर खान ने कहा कि हमारे शिक्षकों की उच्च गुणवत्ता एवं बेहतर प्रशिक्षण कार्यक्रम लोगों को विद्यालय के करीब लायेगें,ऐसा विश्वास है। डॉक्टर खान ने एक अंग्रेजी कहावत - "एन एग ब्रोकन आउटसाइड , लाइव एन्ड्स , एन एग ब्रोकन इंसाइड लाइव बिगिंस ।" से अपनी बात समाप्त की।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्री जी. पी. झा क्लस्टर हेड सह प्राचार्य एम.बी.डी.ए.वी पब्लिक स्कूल लोहरदगा ने अपनी ओजस्वी वाणी में ' एक शिक्षक का जवाब ' शीर्षक में अत्यंत रोचक ढंग से किया। उन्होंने बताया कि एक शिक्षक की जिम्मेदारी समाज की हर अपेक्षाओं पर खरा उतरने की होती है, जो एक बहुत बड़ी चुनौती है। किंतु हम शिक्षक जब अपने पेशे से प्रेम करते हैं, तब हमें समय, धन इत्यादि का ध्यान नहीं रहता, और हम समाज को विश्वास दिलाने में सफल होते हैं। प्राचार्य जी ने आशा व्यक्त की कि ये तीन दिन हमारी शिक्षण प्रक्रिया में आमूल- चूल परिवर्तन लाएंगे। इसके बाद सभी शिक्षक अपने-अपने निर्धारित कक्षा की तरफ चले गए जहां अलग-अलग विषयों पर अलग-अलग रिसोर्स पर्सन द्वारा विचार व्यक्त किए गए। समाचार लिखने तक ' प्रमोटिंग मेंटल हेल्थ एंड वैलनेस अमोंग स्टूडेंट्स' श्री उमा चरण दास लोहरदगा द्वारा ' एक्टिविटी फॉर एसेसमेंट ' कुमारी अंजली डाल्टनगंज द्वारा तथा ' आर्ट इंटीग्रेशन ' श्री सुजय कुमार मिश्रा प्राचार्य डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल सिमडेगा द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की स्थानीय प्रबंधन समिति के माननीय सदस्य सह चिकित्सक डॉक्टर जयकुमार, श्री गुरुवीर सिंह, शतद्रु राय प्राचार्य एलिट पब्लिक स्कूल डालटेनगंज, श्री राकेश शर्मा प्राचार्य डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल बरोरा धनबाद, श्री राजेंद्र सचदेवा प्राचार्य भवनाथपुर, श्री आर.के. साहू प्राचार्य गुमला, श्री जी. के. सहाय प्राचार्य लातेहार, श्री सुजॉय कुमार मिश्रा प्राचार्य सिमडेगा उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका श्रीमती मीनाक्षी कारण ने किया।