वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की सचिव और हमेशा सक्रिय रहने वाली समाजसेविका शर्मिला वर्मा ने लोगों से अपील की है कि पुराने साल की विदाई और नये साल का स्वागत कुछ ऐसे कार्य करके करें जिससे किसी जरूरतमंद का भला हो। हमारी भारतीय संस्कृति केक काटकर उत्सव मनाने की नहीं है बल्कि कुछ नेक कार्य करके जीवन के हर उत्सव को मनाना चाहिए। हालांकि यह हिंदू नववर्ष नहीं है फिर भी सभी लोग इसे मनाने के लिए तरह-तरह की तैयारियां करते हैं और पानी की तरह पैसे बहाते हैं।आपकी फिजूलखर्ची के पैसों से किसी का जीवन बदल सकता है।पिकनिक, उत्सव, सादगी से मनाएं और फिजूल के खर्चे में थोड़ी कटौती करके किसी जरूरतमंद की भला कर दें।किसी अभावग्रस्त कन्या के विवाह में मदद, किसी की पढ़ाई में सहयोग, किसी जरूरतमंद को नये वस्त्र, जूते चप्पल, भरपेट भोजन दिलाकर देखिए, बहुत आनंद आएगा। पुराने साल की विदाई और नये साल के आगमन पर करोड़ों रूपये की लोग शराब पी जाते हैं। नशे की हालत में गाड़ी चलाते हैं ,जिससे बहुत बार दुर्घटनाएं इस मौसम में बढ़ जाती हैं।सड़कों पर तमाम सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ही गाड़ी चलाएं क्योंकि आपकी एक दिन की मौज मस्ती आप पर और आपके परिवार पर काफी भारी पड़ सकती है। वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट लगातार सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इसके लिए जागरूक करता है। इसलिए इस अवसर पर भी वरदान टीम की यह अपील है कि अपने अनमोल जीवन को कुछ पल की मौज मस्ती या नशे में चूर होकर बिल्कुल न गवाएं।
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