इंडिया महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी के० एन० त्रिपाठी लगातार तूफानी चुनाव प्रचार करते हुए सेमरटांड, कल्याणपुर, शाहपुर, सिंगला, काराकाट सहित डाल्टनगंज नगर निगम के दर्जनों मुहल्लों में मतदाताओं से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पलामू एक ऐतिहासिक स्थान है और और अपनी खूबसूरती के लिए पूरे देश में सुप्रसिद्ध है। पलामू अपने खान-पान, रहन-सहन, भाषा- संस्कृति के लिए समूचे झारखंड सहित पूरे देश में ख्यात है लेकिन वर्तमान विधायक की अयोग्यता और निष्क्रियता की वजह से आज गरीबी और पिछड़ेपन का प्रतीक बन गया है। कभी पलामू अपने लहलहाते खेतों और घने बगीचों के लिए जाना जाता था। हर घर में दूध दही की नदी बहती थी। लेकिन वर्तमान विधायक ने अपने कारनामों से पिछले एक दशक में पलामू को बदहाली के रसातल में पंहुचा दिया है। पलामू लगातार अकाल झेलने के लिए अभिशप्त है। सिंचाई तो दूर लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। झारखंड बने 24 साल हो गए लेकिन छोटी मोटी बीमारी होने पर भी यहां के लोगों को ईलाज के लिए रांची, पटना, बनारस और दिल्ली जाना पड़ता है। आखिर कौन है इसका जिम्मेवार। श्री त्रिपाठी ने कहा कि जाति -धर्म से परे एक योग्य विधायक ही पलामू को खुशहाल और विकसित बनाकर बदहाली से उबार सकता है।
अपराह्न बारह बजे से के एन त्रिपाठी ने अपने हजारों समर्थकों के साथ डाल्टनगंज नगर निगम क्षेत्र में स्थित सरकारी बस डिपो (छह मुहाने) से पदयात्रा आरंभ किया। पदयात्रा का हॉस्पीटल चौक, कन्नी राम चौक, गुड़ पट्टी, जय भवानी संघ, पंच मुहाने, थाना रोड, कचहरी चौक, रेड़मा चौक,घास पट्टी होते हुए रेड़मा ठाकुरबाड़ी पर समापन हुआ। पदयात्रा में श्री त्रिपाठी के साथ उनके हजारों समर्थक हाथ जोड़कर मतदाताओं से उनके पक्ष में मतदान करने का आग्रह कर रहे थे। जगह जगह पर रुककर मतदाताओं को संबोधित करते हुए श्री त्रिपाठी ने कहा कि सुरक्षित और विकसित पलामू उनका स्वप्न है और उसे आप सभी के सहयोग से पूरा करना मेरा जीवन लक्ष्य। उन्होंने कहा कि झारखंड में पांच प्रमंडल हैं लेकिन सबसे पिछड़े प्रमंडल के रूप में पलामू की चर्चा होती है। इसी धरती का पुत्र होने की वजह से उन्हें यह जानकर बेहद अफसोस होता है। उन्होंने कहा कि "जय जवान-जय किसान" उनका प्रिय नारा है। इसीलिए देश की सीमाओं पर एक वायु सैनिक के रूप में राष्ट्र सेवा के उपरांत वे राजनीति में आये ताकि किसानों और मजदूरों को बदहाली से उबारकर पलामू को विकास के सर्वोच्च शिखर पर पंहुचा सकें। उन्होंने कहा कि पलामू को विकास की दौड़ में अग्रणी बनाना उनका जीवन लक्ष्य है। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि अगर उन्होंने उन्हें मौका दिया तो शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन, खेलके क्षेत्र में पलामू को अग्रणी जिला बनायेंगे ! श्री त्रिपाठी ने कहा कि कोयल नदी के किनारे बसे होने के बावजूद डाल्टनगंजवासी पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। विकास की गंगा बहा दूंगा के तर्ज पर वे विकास का कोयल बहाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वे पलामू के हर खेत और हर घर तक कोयल का जल पंहुचा कर ही दम लेंगे। कोयल नदी पर बांध बनाकर डाल्टनगंज शहर में पेयजल की व्यवस्था तथा खासमहाल की जमीन को मालिकाना हक दिलाने के लिए वे कृतसंकल्पित हैं।
के एन त्रिपाठी ने मतदाताओं से संपर्क करते हुए कहा कि उन्हें पलामू के किसानों, युवाओं तथा महिलाओं की बदहाल स्थिति देखकर रात में नींद नहीं आती है। शिक्षा, चिकित्सा, रोजी-रोटी के लिए पलायन के लिए मजबूर पलामू वासियों के दर्द को दूर करने के लिए उन्होंने पांच प्रतिज्ञाएं की है। डाल्टनगंज -भंडरिया विधानसभा के प्रत्येक बूथ से लगभग दस युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए वे प्रतिज्ञाबद्ध हैं। क्षेत्र के प्रत्येक महिला समूह को व्यवसाय के लिए एक लाख रुपए की वित्तीय सहायता, कोयल, औरंगा, अमानत एवं सुकरी नदी को मलय से जोड़ते हुए सैकड़ों नालों को बांधकर लिफ्ट इरिगेशन के माध्यम से सिंचाई की उचित व्यवस्था कराने के लिए वे प्रतिज्ञाबद्ध हैं। श्री त्रिपाठी ने कहा कि अगर आप सभी का साथ और समर्थन मिला तो मेरा यह वादा है कि झारखंड में पलामू विकास के पहले पायदान पर खड़ा होगा। उन्होंने मतदाताओं से करबद्ध प्रार्थना करते हुए कहा कि आगामी तेरह तारीख को क्रम संख्या तीन हाथ छाप पर मुहर लगाएं और मुझे आशीर्वाद देकर मजबूती के साथ विधानसभा भेजें ताकि वे निरंतर पलामू की समस्याओं के लिए संघर्षरत रहते हुए आपकी समस्याओं का समाधान कर सकें।