अवैध मादक पदार्थों की खेती रोकने हेतु जागरूकता अभियान का आयोजन |Under the auspices of Palamu Police and Armed Force


पलामू पुलिस एवं सशस्त्र बलों के तत्वाधान में मनातू थाना क्षेत्र के कई गांवों—फटरिया, बड़की नगद, छोटकी नगद, दलदलिया, बेतापथर, करमा, झाँटी, सोहे मीटर, पूर्णाडीह, अप्टी, सिलदाग, बिश्राव, सिकनी, सस्तीरवा—में अवैध अफीम/पोस्ता/गांजा की खेती की रोकथाम हेतु व्यापक जागरूकता अभियान चलाया गया।
इस अभियान में पुलिस बल द्वारा गाँव-गाँव में लाउडस्पीकर, बैनर एवं पोस्टर के माध्यम से ग्रामीणों को मादक पदार्थों से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही, अवैध मादक पदार्थों की खेती में संलिप्त रहने और खेती करने पर कड़ी सजा एवं दंड के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई।
पुलिस द्वारा ग्रामीणों को बताया गया कि अफीम, पोस्ता एवं गांजा जैसी अवैध खेती न केवल कानूनी रूप से अपराध है, बल्कि यह समाज और परिवार के लिए भी घातक है। इसे बढ़ावा देने से युवाओं के भविष्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और समाज में अपराध एवं असामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता है।
अभियान के दौरान सभी चौक-चौराहों, सार्वजनिक स्थानों, एवं गाँव के विभिन्न हिस्सों में पोस्टर चिपकाए गए और लोगों के बीच जागरूकता पोस्टर का वितरण किया गया। ग्रामीणों ने भी इस अभियान का समर्थन करते हुए पुलिस के प्रयासों की सराहना की एवं अवैध मादक पदार्थों की खेती से दूर रहने का संकल्प लिया।
पलामू पुलिस की ओर से यह संदेश दिया गया कि समाज से मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव को खत्म करने में हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। अगर किसी को भी इस प्रकार की अवैध गतिविधियों की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि अवैध खेती एवं मादक पदार्थों के वितरण पर प्रभावी ढंग से रोक लगाई जा सके।
"नशे से मुक्ति, स्वस्थ समाज की प्राप्ति"— इसी संदेश के साथ पलामू पुलिस आगे भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी, ताकि समाज को नशामुक्त और सुरक्षित बनाया जा सके।

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