मृत आत्मा के शांति के लिए पिंड पानी व धरती मां के धधकतीं आत्मा की शांति के लिए पौधा पानी देने का है विधान : कौशल |Planting trees in the name of the deceased during Shraddha rituals


पलामू। छतरपुर अनुमंडल अंतर्गत डाली बाजार पंचायत के स्व: राजकुमार प्रजापति के श्राद्धकर्म  और गुमला जिले के मुरकुंडा में स्व सुदामा चौधरी के श्राद्धकर्म में शामिल होकर विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद ट्री मैन डॉ कौशल किशोर जायसवाल ने दोनों मृतक की आत्मा की शांति के लिए उनके नाम पर थाईलैंड प्रजाति के बारहमासी आम का  पौधा लगा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। डॉ कौशल ने कहा कि श्राद्ध में केवल सेजिया दान करने से नहीं बल्कि पौधा दान कर उसे लगाने से ही मृतक की आत्मा को शांति मिलेंगी।
वनाराखी मूवमेंट के प्रणेता ट्री मैन डॉ कौशल ने श्राद्धकर्म में शामिल लोगों को पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ पौधरोपण कर उन्हें पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों  की शपथ  भी दिलाई। पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि यदि घर में गार्जियन की सर से साया  हट जाए तो उनके नाम का फलदार पौधा आंगन में लगाने से  उसकी छाया से गार्जियन की तरह ही लाभ मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि  एक पेड़ 10 पुत्र के समान काम करते हैं। 
मौके पर स्व, सुदामा चौधरी के धर्मपत्नी शकुंतला देवी, पुत्र पंकज चौधरी,सूरज चौधरी, बहू, नुपूर,सोनी,बेटी राही , अंशी भाई बीनोद , वाल्मीकि चौधरी, सुभाष प्रसाद, बसंत प्रसाद वहीं डाली में स्व राजकुमार प्रजापति की धर्मपत्नी कुंती देवी,  पुत्र, संतोष प्रजापति, रामप्रवेश, मानदेव, अखिलेश, बेटी पूनम, सुषमा, भाई लाल प्रजापति,चाचा नंदू प्रजापति, भोला प्रजापति,दीनानाथ प्रसाद, सत्येंद्र प्रसाद, सुचित कुमार, रंजीत प्रजापति, सुंदर प्रजापति डाली पंचायत के उप मुखिया अफजाल अंसारी जुबेर अंसारी, ललू प्रसाद, चंद्रेश सिंह, विनोद यादव ,शिवनाथ राम, मुखदेव राम, बाबूराम, सत्येंद्र राम,सहित  काफी संख्या में हित मित्र व रिश्तेदार शामिल थे।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने