सृष्टि और प्रकृति को बचाना है तो देवी कन्या और देवता वृक्ष की पूजा करना ही होगा : पर्यावरणविद ट्री मैन डॉ कौशल किशोर |Organization of Navratri Utsav cum Parents and Grand Parents Day and Dandiya Night


पूरे देश में दशहरे का धूम है । लोग नवरात्र में माता रानी की पूजा अर्चना व साधना में लीन है । उक्त अवसर पर  मेदिनीनगर के ग्रीन वैली इंटरनेशनल स्कूल में नवरात्रा उत्सव सह पैरेंट्स एंड ग्रैंड पैरेंट्स डे व डांडिया नाईट का आयोजन किया गया । जिसमें विश्व व्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वनराखी मूवमेंट के प्रनेता पर्यावरणविद ट्री मैन डॉ कौशल किशोर जायसवाल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे । वहीं  विशिष्ट अतिथि के रूप में सपत्नीक पूर्व सैनिक ब्रजेश शुक्ला  , समृद्धि की रोटी की संचालिका शीला श्रीवास्तव , शहर के चर्चित पेंटिंग शिक्षिका आशा कुमारी शामिल थी। 
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ  कौशल किशोर जायसवाल ने   ब्रजेश शुक्ला व उनकी धर्म पत्नी , विद्यालय के निदेशक पंडित प्रदीप नारायण , प्राचार्या सोनी पंडित ,उप प्राचार्य सुनील कुमार , शिक्षक एवं शिक्षिकाएँ एवं  नवरात्रा उत्सव में आये भगवान व  देवी दुर्गा के स्वरूप बच्चे एवं बच्चियों  के साथ थाइलैंड प्रजाति का आम का पौधा स्कूल कैंपस में पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ पौधा रोपण  व कन्या पूजन कर किया। कार्यक्रम के शुभारंभ में  सभी देवी -दुर्गा स्वरूप विद्यार्थियों को तिलक चंदन लगाकर उनकी आरती की गई एवं सभी अतिथियों ने माँ दुर्गा एवं शारदे की  पूजा अर्चना कर संयुक्त रूप से  दीप जलाया। 
उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के अवसर पर इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम से विद्यार्थियों में अपने देश की संस्कृति का विकास होता है । माँ दुर्गा ने  दस दिन तक महिषासुर से युद्धकर उसे पराजित की थी। वहीं भगवान राम ने भी माँ दुर्गा की उपासना  कर उनका आशीर्वाद लेकर रावण को पराजित किया था । इसीलिए पूरे सनातन संस्कृति को मनाने वाले लोग नवरात्रा एवं दशहरा मानते है । डांडिया गुजरत का प्रसिद्ध लोक नृत्य  है जिसे अब पूरे देश और दुनिया में लोग खूब धूम धाम से मनाते है । दशहरा के अवसर पर डांडिया का ख़ास महत्व है । 
डॉ कौशल किशोर जायसवाल ने कहा कि प्रत्येक ऐसे अवसर पर हम सभी को पर्यावरण धर्म के तहत पौधा लगाकर  उसे बचाने का शपथ लेना चाहिए । बिना कन्या व प्रकृति का जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है । प्रकृति है तो हम है । आज के समय में धरती एवम्  ब्रह्मांड के जीवों पर  विनाश का ख़तरा मडरा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को अभी से सतर्क होने की ज़रूरत है । बढ़ते तापमान , बदलता मौसम , कम होता वर्षा ये अच्छे  संकेत नहीं है । कौशल किशोर पूरे देश और दुनिया में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे है  । जागो और प्रकृति को संरक्षित करो ।
बृजेश शुक्ला ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए बच्चों की प्रतिभा को सैल्यूट दिया निर्देशक पंडित प्रदीप नारायण ने पर्यावरण धर्मगुरु डॉ कौशल के लंबे अरसे से पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों की साधना करते हुए अभिभावकों व शिक्षकों के लगातार अच्छे को-ऑर्डिनेशन की प्रशंसा की उन्होंने लोगों के सहयोग से लगातार ऐसा कार्यक्रम विद्यालय में हो पा रहा है उन्होंने सभी लोगों को नवरात्र और दशहरा की शुभकामनाएं ।

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