विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता समाज की जरूरत : उपनिदेशक |Developmental and positive journalism in society


फैक्ट और तथ्यात्मक लेखनी ही सकारात्मक पत्रकारिता, विकासात्मक पत्रकारिता से व्यक्ति के चेहरे पर आती है मुस्कान : राघवेन्द्र

विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता समाज की उन्नति का मार्ग : राणा अरुण

पत्रकारिता में तथ्यपरक और तथ्यात्मक लेखनी ही सकारात्मक पत्रकारिता की पहचान है। सकारात्मक और विकासात्मक पत्रकारिता से व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान आती है। लेखन कार्य के दौरान प्राप्त सूचनाओं की गहन जांच-पड़ताल आवश्यक है। जल्दबाजी, तेज गति और समय के दबाव में सावधानी अवश्य बरती जानी चाहिए, अन्यथा गलतियां होने की संभावना रहती है। लेखन विद्या के माध्यम से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में मदद करना ही सकारात्मक और विकासात्मक पत्रकारिता है। यह बातें नक्षत्र टीवी क प्रधान संपादक और झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार राघवेन्द्र ने कही। वे आज "समाज में विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता" के उद्देश्य पर चर्चा कार्यक्रम में बोल रहे थे। श प्रमंडलीय जनसंंपर्क ईकाई, पलामू  की ओर से कार्यक्रम का आयोजन लातेहार जिले के बेतला स्थित एनआईसी सभागार में आयोजित किया गया था।

राघवेन्द्र ने कहा कि एआई और बढ़ती तकनीक के इस दौर में पत्रकारिता की चुनौतियां भी बढ़ी हैं। ऐसे में सावधानी अत्यंत आवश्यक है। जीवन की जद्दोजहद के बीच जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाकर उन्हें खुशहाल बनाना ही सकारात्मक पत्रकारिता है।

राष्ट्रीय नवीन मेल, पलामू के संपादक व पत्रकार राणा अरुण सिंह ने कहा कि आज का यह अवसर मेरे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम सभी पत्रकारिता के उस पहलू पर विचार करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जो समाज की उन्नति और प्रगति से सीधा संबंध रखता है—विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता।
जैसा कि सब जानते हैं, आज के दौर में पत्रकारिता का दायित्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। सूचनाओं की दुनिया में हम पत्रकार समाज के मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य केवल खबरें देना नहीं है, बल्कि ऐसी खबरें देना है जो समाज के हित में हों, समाज को जागरूक करें, और विकास की दिशा में प्रेरित करें।
विकासात्मक पत्रकारिता का मुख्य उद्देश्य समाज में प्रगति और उन्नति के नए मार्ग प्रशस्त करना है। हमारे देश और हमारे क्षेत्र में कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आधारभूत ढांचा, रोजगार—ये सभी हमारे समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं। जब हम इन मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं, तो हम न केवल समस्याओं को उजागर करते हैं, बल्कि उनके समाधान की दिशा में भी सोचने के लिए समाज को प्रेरित करते हैं।विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता समाज की मांग है। सकारात्मक और विकासात्मक पत्रकारिता से समाज में उन्नति होती है। हम सभी पत्रकार अपनी लेखनी से ऐसा उदाहरण पेश करें, जिससे समाज की उन्नति हो।

द इमर्जिंग वर्लड के राजनीतिक संपादक व पत्रकार संजय पाण्डेय ने कहा कि उत्तम लेख, ज्ञानवर्धक एवं अन्य सारगर्भित लेखनी से समाज को सही दिशा देना ही विकासात्मक एवं सकारात्मक पत्रकारिता है। सकारात्मक सोच के साथ लेखन कार्य से समाज में सकारात्मक संदेश का प्रवाह होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में फेक न्यूज और सूचना की पहचान करनी जरूरी है। प्राप्त सूचनाओं की सत्यता की जांच करना जरूरी हो गया है। साथ ही समय के साथ हम सभी को अपडेट होना भी जरूरी है।

प्रमंडलीय सूचना एवं जनसंपर्क इकाई, पलामू के उपनिदेशक संजीव कुजूर ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता समाज की जरूरत है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में सहयोग करना ही विकासात्मक और सकारात्मक पत्रकारिता है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अपनी लेखनी के माध्यम से समाज का उत्थान और विकास करना है।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, लातेहार के जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन ने दार्शनिक अरस्तू के उस सिद्धांत का उदाहरण दिया, जिसमें मनुष्य को एक सामाजिक प्राणी बताया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी सामाजिक प्राणी हैं और समाज का उत्थान और विकास हम सभी की जिम्मेदारी है। समाज को आगे बढ़ाना और लोकतंत्र की सफलता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। पत्रकारिता के मौलिक उद्देश्य को समझना आवश्यक है। सूचना का संप्रेषण और आदान-प्रदान भी पत्रकारिता का एक अंग है। सरकार के नियम, कानून, और जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को जागरूक करना और उन्हें लाभ पहुंचाने में पत्रकारों की अहम भूमिका है। सशक्त समाज में मीडिया की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव पुष्कर का इस चर्चा कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन संदेश प्राप्त हुआ था। 

धन्यवाद ज्ञापन प्रमंडलीय जनसंपर्क इकाई के उपनिदेशक संजीव कुजूर ने किया। कार्यक्रम में प्रमंडलीय जनसंपर्क इकाई के सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी (एपीआरओ) बिजय कुमार ठाकुर, जिला जनसंपर्क कार्यालय के सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी (एपीआरओ) अजित कुमार तिवारी के अलावा पलामू प्रमंडल के विभिन्न जिलों के प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में अरूण कुमार, गौरव, प्रेम, भोला, संजय सहित अन्य सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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