समग्र एवं संतुलित व्यक्तित्व के विकास के लिए बच्चों के साथ भावनात्मक संबंध जरुरी : अविनाश देव |Organization of internal training for teacher's


पलामू।
जिस तरह वैज्ञानिक हमारे जीवन को सरल व सहज बनाने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी का जाल बुनते जा रहे हैं वह बेशक हमारे जीवन के लिए  लाभप्रद है लेकिन  टेक्नोलॉजी हमें अपंग भी बना रही हैं। एडवांस्ड टेक्नोलॉजी बच्चों के शिक्षण को आकर्षक व दिलचस्प जरूर बनाती है परंतु इससे कई गुना ज्यादा उन्हें व्याकुलता भी प्रदान करती हैं, ऐसे दौर में बच्चों को शिक्षा देना चुनौतियों से कम नहीं है। उक्त बातें संत मरियम विद्यालय के चेयरमैन श्री अविनाश देव ने शिक्षकों के लिए हैप्पीनेस क्लासरूम, पोषण, स्वास्थ्य व स्वच्छता को लेकर आयोजित आंतरिक प्रशिक्षण के दौरान कहा। आगे इन्होंने कहा कि जब तक हम किसी भी विषय के बारे में विस्तृत अध्ययन और बच्चों के मनोस्थिति उनके वातावरण के अनुरूप हम विषयों को नए स्वरूप में ढालकर प्रस्तुत नहीं करेंगे तब तक वह हमें श्रवण करना अथवा समझना पसंद नहीं करेंगे। अर्थात बच्चों के दिनचर्या, दिल व दिमाग के साथ भावनात्मक संबंध बनाकर ही शिक्षा देना बच्चों के लिए अथवा शिक्षकों के लिए यह प्रयास सार्थक साबित होगा। मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री कुमार आदर्श, उपप्राचार्य एस वी शाहा, समन्वयक अचला कुमारी, रिजवाना प्रवीण, अमरेंद्र कुमार, रोशन राज समेत समस्त शिक्षक मौजूद रहे।

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