पलामू। विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने छतरपुर अनुमंडल के चिरू गांव निवासी दिवंगत विलास विश्वकर्मा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्री कौशल ने मृतक की याद में उनके परिजनों की उपस्थिति में पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ थाईलैंड प्रजाति के बारहमासी आम का पौधा लगाया। कार्यक्रम में शामिल लोगों को पर्यावरणविद ने पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि केवल सेजिया दान से नहीं बल्कि पौधा दान से मृतक की आत्मा को शांति मिलेगी। श्री कौशल ने यह भी कहा कि जब घर के बड़े बुजुर्गों का सर से साया हट जाय तो उनकी याद में लगाए गए पौधों की छाया से जीवन की कई समस्याओं का निदान संभव हो जाएगा।
पर्यावरणविद श्री कौशल ने कहा कि लोग अपना धर्म के साथ-साथ पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों को अपने दिनचर्या में शामिल करें । अर्थ के लिए अनर्थ ना करें तभी प्रदूषण नियंत्रण में रहेगा । उन्होंने कहा कि प्रदूषण परमाणु बम से भी अधिक खतरनाक है । इसे रोकने के लिए लोगों को सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा का इस्तेमाल अधिक और परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल कम करना होगा। वहीं गांव में वृक्ष खेती व शहर में आकाश बाग लगाकर जलवायु परिवर्तन और बेकाबू गर्मी को रोका जा सकता है। इससे जल संकट पर भी काबू पा सकते हैं। स्वयं और आने वाली पीढ़ी को इस विभीषिका से बचाने का दूसरा और कोई विकल्प नहीं है।
मौके पर डाली पंचायत के उप मुखिया अफजाल अंसारी, सचिन पांडेय, नंदू विश्वकर्मा,स्व विलास विश्वकर्मा की धर्मपत्नी विमली कुंवर , पुत्र छोटू विश्वकर्मा, रोशन विश्वकर्मा, पुत्री नीलम देवी, कौशल्या देवी, गीता देवी, बसंत विश्वकर्मा, बबन विश्वकर्मा, कौशल विश्वकर्मा, प्रवेश विश्वकर्मा, गगन विश्वकर्मा, सुमन कुमारी रानती देवी, ममता कुमारी,,रामस्वरूप विश्वकर्मा,दिनेश विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।
Tags
पलामू